हरियाणास्थमहेन्द्रगढ-संस्कृतभारत्याः सेवासरण्यां भवतां समेषां हार्दं स्वागतम् ।  
अन्तिमम् अद्यतनीकरणम्
Sign in
         Log in Account


विश्वस्मिन् विश्वे
प्रथमसंस्कृतवेबिनार
विश्वस्मिन् विश्वे
प्रथमसंस्कृतान्तर्वीक्षा
प्रथमा
बालनन्दिनीशृङ्खला
सूर्यस्तवनम्
प्रातःस्मरणम्
संस्कृतान्तर्वीक्षा
विस्तृतपरिचयः
DOWNLOAD E-CERTIFICATE कार्यक्रमस्य परिलब्धिः / OUTCOME OF THE EVENT अद्यतनीकृतसूचनार्थम् अत्र नोदनं करोतु कृपया
हरियाणास्थमहेन्द्रगढ-संस्कृतभारत्याः सेवासरण्यां भवतां समेषां हार्दं स्वागतम् । ....... सम्पर्कः ---->डा. बिपिनकुमारझाः, शिक्षणप्रमुखः (संस्कृतभारती-महेन्द्रगढम्)

विश्वप्रतिनिधिभाषासु संस्कृतवैभवम्

Contribution of Samskrit to World's various communicative Languages.


Registration .Abstract Submission. Download Invitation.Download Schedule. Download Certificate. |

Discussed Languages and Dialects in this a week long symposium -
  • Vedic Sanskrit -
  • Indian Languages - Kannad, Bengali, Bhojpuri, Pali, Gujrati, Tamil, Telugu, Harayanavi, Odia, , Rajasthan, Kumau, Himachali, Maithili, Hindi,
  • Foreign Languages -German, Singhali, Ukrainian, Russian, Arabic, Khmer, English
  • North Indian Dialects -
  • South Indian Dialects -
    चर्चासत्र का उद्देश्य- - भारतवर्ष स्वाधीनता के 75वें वर्ष के उल्लास में आप्लावित है। भारतीय संस्कृति के संवाहिका के रूप में संस्कृतभाषा जनमानस को निरन्तर झंकृत करती रही है। यह समस्त भारतीय भाषाओं के साथ विश्वक्षितिज पर अपनीं भाषायी एवं सामासिकसांस्कृतिक विरासत के महत्व को स्थापित कर अक्षुण्ण बनी हुई है। प्रस्तुत कार्यक्रम सम्बद्ध भारतीय/विदेशी भाषा एवं संस्कृतभाषा के अन्तर्सम्बन्ध पर आधारित भविष्यगत शोध के विविध आयाम का मार्गप्रशस्त करता है । जिससे इस क्षेत्र में शोधयोजनाओं को नयी दृष्टि मिल सके।
    Aim of the Symposium- -India is currently celebrating its 75th year of independence with merriment. The Sanskrit language has been continuously engaging with the people as a bearer of Indian culture. It has survived by emphasising the value of all Indian languages and its linguistic and syncretic cultural legacy on a worldwide scale. The current programme sets the door for a variety of potential research areas depending on how the relevant Indian or foreign language and Sanskrit interact.
    चर्चासत्रस्य उद्देश्यम्- - भारतवर्षः स्वाधीनतायाः पञ्चसप्ततितमे वर्षे उल्लासाप्लावितो वर्तते। भारतीयसंस्कृतेः संवाहिका संस्कृतभाषा जनमानसं निरन्तरं झङ्कारयति आमोदामोदञ्च जनयति। इयं भाषा समस्तभारतीयभाषाभिः सहैव विश्वक्षितिजमण्डले स्वीयां भाषागतवैशिष्ट्यं-सामासिकसांस्कृतिकविरासतगतवैशिष्ट्यं च संस्थाप्य अक्षुण्णां प्रतिष्ठामवाप्तवती। प्रस्तुतकार्यक्रमः सम्बद्धभारतीय-वैदेशिकभाषायाः तथा संस्कृतभाषायाः अन्तर्सम्बन्धाश्रितभविष्यगतशोधस्य आयामानां मार्गं प्रस्तोष्यतीति निश्चप्रचम् ।


    Spinning arrow



    Spinning arrow


    प्रथमो दिवसः- Day-01 (Inaugural Session) -
    कार्यक्रमसूचना/Flayer -

    *अद्यतनीयः कार्यक्रमः---Video Link*- meet.google.com/cvc-bycf-sxo
    *Today*-8:00-9:00 PM
    *मुख्य-अभ्यागत*
    *श्रीमान् गोविन्द सिंह ठाकुर*
    माननीय शिक्षामन्त्री, हिमाचल प्रदेश सरकार
    *सारस्वतातिथि*

    *प्रो. अम्बरीश एस् विद्यार्थी*
    माननीय कुलपति, बीकानेर तकनीकि विश्वविद्यालय, राजस्थान
    *श्री शोभनलाल उकील*
    (प्रान्त अध्यक्ष-अवधप्रान्त – संस्कृतभारती)
    *विशेष- मुख्यातिथि श्रीमान् गोविन्द सिंह ठाकुर द्वारा जाह्नवी ई शोधपत्रिका के 48th अंक का लोकार्पण।*
    लोकार्पणप्रतिनिधि- *श्री रिपुदमन चन्द्र*
    *कार्यक्रमविवरण*
    *संचालनम्* *डॉ. सुमन् के. एस्.*
    मङ्गलाचरण (8:00-8:05 PM)-अर्चना
    कार्यक्रमपरिचय & स्वागत- डॉ. बिपिन कुमार झा (8:15 PM)
    पत्रिका परिचय (8:15-8:20 PM) शिल्पी
    सारस्वतातिथिवक्तव्य (8:20-8:35 PM)
    पत्रिका का लोकार्पण & मुख्यातिथिवक्तव्य (8:35-8:50 PM)
    धन्यवादज्ञापन- डॉ. मदन मोहन तिवारी (8:50-8:55 PM)
    शान्तिमन्त्र (8:55 PM)

    Spinning arrow

    Spinning arrow

    Complete Video -
    INAUGRATION OF JAHNAVI SANSKRIT E-JOURNAL - CLICK



    DAY-01 COMPLETE VIDEO - CLICK


    Press Note- by Rajanee Saini - Press Note- by Rajanee Saini -
    विश्व प्रतिनिधि भाषाओं में संस्कृत वैभव" इस विषय को लेकर कल अंतरराष्ट्रीय सप्त दिवसीय विचार गोष्ठी का हुआ आयोजन । जाह्नवी ई-शोध पत्रिका के 48 वें अंक का हुआ लोकार्पण आजादी के अमृत महोत्सव पर विश्व संस्कृत सप्ताह के पर्व पर महर्षि पाणिनी संस्कृत वैदिक विश्वविद्यालय, संस्कृत भारती महेंद्रगढ़ जाह्नवी ई शोध पत्रिका इनके संयुक्त तत्वाधान में 09/08/2022 से 15/08/2022 तक अंतरराष्ट्रीय सप्त दिवसीय विचार गोष्ठी "विश्व प्रतिनिधि भाषाओं में संस्कृत वैभव" इस विषय को लेकर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया । कार्यक्रम का शुभारंभ अर्चना झा जी के द्वारा मंगलाचरण से किया गया । कार्यक्रम में आये मुख्य अतिथि, सारस्वत अतिथि व सभी विद्वानजनों का स्वागत व कार्यक्रम का परिचय डॉ. बिपिन झा जी के द्वारा किया गया । कार्यक्रम में हिमाचल प्रदेश के शिक्षा, भाषा, कला एवं संस्कृति मंत्री माननीय श्री गोविंद सिंह ठाकुर, सारस्वत अतिथि बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय राजस्थान के माननीय कुलपति अम्बरीश एस विद्यार्थी उपस्थित रहे । सुश्री शिल्पी ने जाह्नवी ई शोधपत्रिका का परिचय देते हुए सभी को पत्रिका से अवगत कराया । सारस्वत अतिथि के रूप में उपस्थित प्रोफेसर अम्बरीश विद्यार्थी ने अपने वक्तव्य में कहा कि संस्कृत विश्व की प्राचीन भाषा है । उन्होंने बताया कि हमारे चारों वेद, महाभारत, रामायण सभी संस्कृत भाषा में ही समाहित है संस्कृत भाषा हमारी वैज्ञानिकी भाषा है और हमें इस पर रिसर्च करते रहना चाहिए संस्कृतभारती अवध प्रांत के प्रांत अध्यक्ष श्री शोभनलाल उकील ने भी संस्कृत के प्रति हमारा मार्गदर्शन किया । जाह्नवी ई शोधपत्रिका का लोकार्पण हिमाचल प्रदेश के शिक्षा मंत्री महोदय ने किया । कार्यक्रम में आए सभी अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन मदन मोहन तिवारी जी के द्वारा किया गया और कार्यक्रम का मंच संचालन डॉक्टर सुमन के एस जी ने किया और कार्यक्रम की सम्पूर्ति शांति मंत्र से हुई

    An international seven-day seminar was organized yesterday on the topic "Sanskrit glory in world representative languages". 48th issue of Janhvi e-Shodh magazine launched On the occasion of World Sanskrit Week on the Amrit Festival of Independence, Maharishi Panini Sanskrit Vedic University, Sanskrit Bharati Mahendragarh Jahnavi e Research Magazine under the joint aegis of them from 09/08/2022 to 15/08/2022, International Seven Day Seminar "In World Representative Languages" A seminar was organized on this topic "Sanskrit Vaibhav". The program was started with invocation by Archana Jha ji. Hon'ble Shri Govind Singh Thakur, Minister of Education, Language, Art and Culture of Himachal Pradesh, Honorable Vice Chancellor of Bikaner Technical University, Rajasthan, Ambareesh S. Vidyarthi, Saraswat guest were present in the program. Introducing Jhanvi E-Shodh Patrika, Ms. Shilpi made everyone aware of the magazine. Saraswat Professor Ambareesh Vidyarthi, present as guest, said in his statement that Sanskrit is the ancient language of the world. He told that all our four Vedas, Mahabharata, Ramayana are contained in Sanskrit language, Sanskrit language is our scientific language and we should keep doing research on it. Jhanvi e-Shodh Patrika was launched by the Education Minister of Himachal Pradesh. The memorandum of thanks to all the guests who came to the program was done by Madan Mohan Tiwari ji and the stage of the program was conducted by Dr. Suman KSG and the program was completed with Shanti Mantra.

    द्वितीयो दिवसः- Day-02 (South & North East Indian Languages -
    कार्यक्रमसूचना/Flayer -

    Video Link- meet.google.com/cvc-bycf-sxo
    10.8.2022 Schedule.
    मुख्य-अभ्यागत
    श्रीमान् श्रीश देवपुजारीमहोदय
    अखिल भारतीय महामंत्री- संस्कृतभारती
    Focused Language - Marathi
    सारस्वतातिथि
    डॉ. सुनील के. एस्
    अध्यक्ष संस्कृत विभाग जैनमहाविद्यालय, बंगलुरु
    Focused Language - Kannad
    डॉ. रामकेश्वर तिवारी (संस्कृतमहाविद्यालय, खुरखुरा, गया)
    Focused Language - -Bhojpuri
    आमन्त्रित विद्वान वक्ता
    श्री रूबल पाल
    Focused Language - Bengali
    Spinning arrow

    Complete Video -
    CLICK

    Press Noteby Rajanee Saini -
    संस्कृत सप्ताह के उपलक्ष्य में दूसरे दिन "विविध भाषाओं पर संस्कृत का प्रभाव" इस विषय को लेकर हुई विचार गोष्ठी आज 10/08/2022 को आजादी के अमृत महोत्सव पर विश्व संस्कृत सप्ताह के पर्व पर महर्षि पाणिनी संस्कृत वैदिक विश्वविद्यालय, संस्कृत भारती महेंद्रगढ़ जाह्नवी ई शोध पत्रिका इनके संयुक्त तत्वाधान में अंतरराष्ट्रीय सप्त दिवसीय विचार गोष्ठी के दूसरे दिन "विविध भाषाओं पर संस्कृत का प्रभाव" इस विषय को लेकर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया । कार्यक्रम का शुभारंभ सुश्री अभिलाषा जी के द्वारा मंगलाचरण से किया गया । कार्यक्रम में आये मुख्य अतिथि, सारस्वत अतिथि व सभी विद्वानजनों का स्वागत व अतिथियों का परिचय डॉ. मदन मोहन तिवारी जी के द्वारा किया गया । कार्यक्रम में मुख्यातिथि संस्कृतभारती के अखिल भारतीय महामन्त्री श्रीश देव पुजारी , सारस्वत अतिथि अध्यक्ष संस्कृत विभाग जैनमहाविद्यालय, बंगलुरु से डॉ. सुनील के. एस एवञ्च संस्कृतमहाविद्यालय, खुरखुरा, गया डॉ. रामकेश्वर तिवारी, विद्वान वक्ता के रूप में श्रीमान् रूबल पाल महोदय उपस्थित रहे । जाह्नवी ई शोधपत्रिका का लोकार्पण के विषय में हिमाचल प्रदेश के शिक्षा मंत्री महोदय के द्वारा भेजे गये चलचित्र को कार्यक्रम में प्रस्तुत किया गया । कार्यक्रम में उपस्थित मुख्यातिथि महोदय ने बताया कि मराठी भाषा पर संस्कृत का क्या प्रभाव है । कार्यक्रम में आए सभी अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन कार्यक्रम के संरक्षक डॉ. बिपिन कुमार झा महोदय के द्वारा किया गया और कार्यक्रम का मंच संचालन सुश्री रजनी ने किया और कार्यक्रम की सम्पूर्ति शांति मंत्र से हुई ।

    On the second day of Sanskrit week, a seminar was held on the topic "Influence of Sanskrit on various languages" Today on 10/08/2022, on the festival of World Sanskrit Week on the Amrit Festival of Independence, on the second day of the International Seven Day Symposium under the auspices of Maharishi Panini Sanskrit Vedic University, Sanskrit Bharati Mahendragarh Jahnavi E research magazine, "Impact of Sanskrit on various languages" A symposium was organized on this topic. The program was started with invocation by Ms. Abhilasha ji. The chief guest, Saraswat guest and all the scholars who came in the program were welcomed and the guests were introduced by Dr. Madan Mohan Tiwari ji. The chief guest in the program was Shrish Dev Pujari, All India General Secretary of Sanskrit Bharati, Saraswat Guest Chairman, Sanskrit Department, Dr. Sunil K. from Jain Mahavidyalaya, Bangalore. S. Avanch Sanskrit Mahavidyalaya, Khurkhura, Gaya Dr. Ramkeshwar Tiwari, Mr. Rubal Pal was present as a learned speaker. The movie sent by the Education Minister of Himachal Pradesh regarding the launch of Jhanvi E-Shodh Patrika was presented in the program. The chief guest present in the program told that what is the effect of Sanskrit on Marathi language. The vote of thanks to all the guests who came in the program was done by the patron of the program Dr. Bipin Kumar Jha sir and Ms. Rajni conducted the stage of the program and the program was completed with Shanti Mantra.
    तृतीयो दिवसः- Day-03 -
    कार्यक्रमसूचना/Flayer -

    Date & Time 11.08.2022 8:00-9:30 PM
    Joining Link- https://meet.google.com/cvc-bycf-sxo
    प्रो. टंकेश्वर कुमार
    माननीय कुलपति, हरियाणा केन्द्रीय विश्वविद्यालय, हरियाणा
    प्रो. सुखबीर सिंह,
    संकायाध्यक्षचर, नालन्दाविश्वविद्यालय, नालन्दा
    प्रो. रणवीर सिंह
    अध्यक्ष, स्वामी दयानन्द शोधपीठ हरियाणा केन्द्रीय विश्वविद्यालय, हरियाणा
    Dr Praveen Kumar Anshuman
    Department of English, University of Delhi
    Dr Brajmohan Mishra
    EFLU, Regional Campus Lucknow
    संचालन-सुश्री समिता
    मङ्गलाचरण (8:00-8:05 PM)-राजेश शर्मा
    स्वागत- डॉ. बिपिन कुमार झा (8:05 PM)
    आमन्त्रित विद्वान् वक्तव्य-1 (8:10 PM)
    आमन्त्रित विद्वान् वक्तव्य-2 (8:20 PM)
    सारस्वतातिथि वक्तव्य-1 (8:35 PM)
    सारस्वतातिथि वक्तव्य-2 (8:50 PM)
    मुख्यातिथिवक्तव्य (9:05 PM)
    धन्यवादज्ञापन-(9:25 PM)
    शान्तिमन्त्र

    Spinning arrow

    Complete Video -
    CLICK

    Press Noteby Rajanee Saini -
    तृतीय दिवसे अपि कार्यक्रमः सुसम्पन्नः जातः | The program on the third day completed well.
    चतुर्थो दिवसः- Day-04 -
    कार्यक्रमसूचना/Flayer -
    Russian, Arebic, German, Tamil and Telugu
    8PM tonight
    https://meet.google.com/cvc-bycf-sxo
    Spinning arrow

    Spinning arrow

    Complete Video -
    Day-04 Session-1 Foreign Language-1 CLICK
    Day-04 Session-1 Arabic CLICK
    Day-04 Session-2 Foreign Language-2 CLICK
    Day-04 Session-1 Foreign Language-1

    Day-04 Session-1 Arabic

    Day-04 Session-2 Foreign Language-2

    Press Noteby Rajanee Saini -
    सप्त दिवसीय कार्यक्रम में चौथे दिन भी छाए रहे विद्वानजन 12/08/2022 को विश्व संस्कृत सप्ताह के पर्व पर महर्षि पाणिनी संस्कृत वैदिक विश्वविद्यालय, संस्कृत भारती महेंद्रगढ़ एवं जाह्नवी ई शोध पत्रिका इनके संयुक्त तत्वाधान में अंतरराष्ट्रीय सप्त दिवसीय विचार गोष्ठी "विश्व प्रतिनिधि भाषाओं में संस्कृत वैभव" इस विषय को लेकर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया । कार्यक्रम का शुभारंभ सुश्री रजनी के द्वारा मंगलाचरण से किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि लोयला महाविद्यालय चेन्नई संस्कृत के विभागाध्यक्ष डॉ. सुमन के.एस, रामकृष्ण मिशन विवेकानंद महाविद्यालय मलयपुर के संस्कृत के विभागाध्यक्ष डॉ. प्रशांत कले एवं आमंत्रित विद्वान वक्ता लेबिया से श्री संजीव ठाकुर, बेंगलुरु से डॉ. ईश्वर प्रसाद एवं (जी.एस.आई) गांधीनगर से श्री मनीष ठाकुर उपस्थित रहें । मुख्य अतिथि महोदय ने सबसे पहले संस्कृत के प्रति हमारा मार्गदर्शन किया । उन्होंने हमें बताया कि तमिल भाषा की तरह संस्कृत भी हमारी प्राचीन भाषा है कार्यक्रम में उपस्थित सारस्वत अतिथि डॉ. प्रशांत कले महोदय ने तेलुगु और तमिल भाषा के बारे में बताते हुए बहुत ही अच्छा हमारा मार्गदर्शन किया और "कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन" इस उक्ति का महत्व भी बताया । कार्यक्रम में उपस्थित सभी आमन्त्रित विद्वान वक्ताओं नें अरेबिक, जर्मन व रूसियन भाषा को भी ध्यान में रखते हुए संस्कृत के प्रति सभी का मार्गदर्शन किया। कार्यक्रम में उपस्थित सभी विद्वान जनों का धन्यवाद ज्ञापन श्री आशीष शुक्ला के द्वारा किया गया कार्यक्रम का मंच संचालन महर्षि वाल्मीकि संस्कृत विश्वविद्यालय के आचार्य डॉ. मदन मोहन तिवारी के द्वारा किया गया । कार्यक्रम में डॉ बिपिन कुमार झा, शिल्पी गुप्ता, सुश्री समिता तथा अनेक विद्वान जन उपस्थित रहें ।

    Scholars dominated the seventh day program even on the fourth day On the occasion of World Sanskrit Week on 12/08/2022, under the joint aegis of Maharishi Panini Sanskrit Vedic University, Sanskrit Bharati Mahendergarh and Janhvi E research magazine, International Seven Day Seminar "Sanskrit Glory in World Representative Languages" was organized. The program was started with invocation by Ms. Rajni. The chief guest in the program was Dr. Suman KS, Head of Department of Sanskrit, Loyla College, Chennai, Dr. Prashant Kale, Head of Sanskrit, Ramakrishna Mission Vivekananda Mahavidyalaya, Malaypur and invited scholar speakers, Mr. Sanjeev Thakur from Labia, Dr. Ishwar Prasad from Bangalore and (G. SI) Shri Manish Thakur from Gandhinagar be present. The chief guest first guided us towards Sanskrit. He told us that Sanskrit is our ancient language like Tamil language. Dr. Prashant Kale, the Saraswat guest present in the program, guided us very well while telling about Telugu and Tamil language and "Karmanyevadhikaraste ma phaleshu kadachan". The importance was also mentioned. All the invited learned speakers present in the program guided everyone towards Sanskrit keeping in mind the Arabic, German and Russian languages. The memorandum of thanks to all the learned people present in the program was done by Shri Ashish Shukla, the stage of the program was conducted by Dr. Madan Mohan Tiwari, Acharya of Maharishi Valmiki Sanskrit University. Dr. Bipin Kumar Jha, Shilpi Gupta, Ms. Samita and many learned people were present in the program.
    पञ्चमो दिवसः- Day-05 -
    कार्यक्रमसूचना/Flayer -
    Spinning arrow

    Spinning arrow

    Complete Video- Indian Dialects Session-1 and Session-2 -
    CLICK

    Press Noteby Rajanee Saini -
    अद्यतनः अपि कार्यक्रमः सुसम्पन्नः जातः
    षष्ठः दिवसः- Day-06 -
    कार्यक्रमसूचना/Flayer -
    Spinning arrow

    Complete Video-Rajbhasha- Hindi -
    CLICK

    Press Noteby Rajanee Saini -
    संस्कृत से ही हिन्दी भाषा पल्लवित हुई है - डॉ. सच्चिदानन्द आज 14/08/2022 को विश्व संस्कृत सप्ताह के पर्व पर महर्षि पाणिनी संस्कृत वैदिक विश्वविद्यालय, संस्कृत भारती महेंद्रगढ़ एवं जाह्नवी ई शोध पत्रिका इनके संयुक्त तत्वाधान में अंतरराष्ट्रीय सप्त दिवसीय विचार गोष्ठी "विश्व प्रतिनिधि भाषाओं में संस्कृत वैभव" इस विषय को लेकर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया । कार्यक्रम का शुभारंभ दीपक के द्वारा मंगलाचरण से किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि महर्षि पाणिनि संस्कृत वैदिक विश्वविद्यालय उज्जयिनी के माननीय कुलपति प्रो. विजय कुमार सी जी, सारस्वत अतिथि प्रो. श्रीप्रकाश पाण्डेय, प्रो. जयप्रकाश नारायण और उपस्थित विद्वान वक्ता डॉ. दीपिका दीक्षित व डॉ. सच्चिदानन्द स्नेही उपस्थित रहें। मुख्य अतिथि महोदय ने सबसे पहले संस्कृत के प्रति हमारा मार्गदर्शन किया । सारस्वत अतिथि महोदय ने कहा कि हिन्दी और संस्कृत भाषा एक दूसरे की समन्वयक है । आमन्त्रित विद्वान वक्ता के रूप में उपस्थित अतिथियों ने अपने वक्तव्य में कहा कि संस्कृत से ही हिन्दी भाषा पल्लवित हुई है उन्होंने बताया कि हिन्दी और संस्कृत को एक ही लिपि से पढ़ने का सामर्थ्य प्राप्त होता है । और उन्होंने बताया कि संस्कृत और हिन्दी दोनों का ज्ञान होना बहुत ही आवश्यक है । उन्होंने बताया कि संस्कृत निष्ठ हिन्दी ज्ञाता हेतु क्या क्या अवसर है। कार्यक्रम में उपस्थित सभी विद्वान जनों का धन्यवाद ज्ञापन सुश्री रजनी के द्वारा किया गया । कार्यक्रम का मंच संचालन महर्षि वाल्मीकि संस्कृत विश्वविद्यालय के आचार्य डॉ. मदन मोहन तिवारी के द्वारा किया गया । इस कार्यक्रम में अनेक विद्वानजन उपस्थित रहें।

    Hindi language has flourished from Sanskrit - Dr. Sachchidananda Today on 14/08/2022, on the occasion of World Sanskrit Week, under the joint aegis of Maharishi Panini Sanskrit Vedic University, Sanskrit Bharati Mahendergarh and Jhanvi E research magazine, international seven-day seminar "Sanskrit splendor in world representative languages" Seminar on this topic was organized. The program was started with invocation by Deepak. The chief guest in the program was Honorable Vice Chancellor of Maharishi Panini Sanskrit Vedic University, Ujjaini, Prof. Vijay Kumar CG, Saraswat Guest Prof. Sriprakash Pandey, Prof. Jaiprakash Narayan and present scholar speakers Dr. Deepika Dixit and Dr. Sachchidanand Snehi were present. The chief guest first guided us towards Sanskrit. Saraswat Guest said that Hindi and Sanskrit language are coordinators of each other. The chief guest in the program was Honorable Vice Chancellor of Maharishi Panini Sanskrit Vedic University, Ujjaini, Prof. Vijay Kumar CG, Saraswat Guest Prof. Sriprakash Pandey, Prof. Jaiprakash Narayan and present scholar speakers Dr. Deepika Dixit and Dr. Sachchidanand Snehi were present. The chief guest first guided us towards Sanskrit. Saraswat Guest said that Hindi and Sanskrit language are coordinators of each other. The vote of thanks to all the learned people present in the program was done by Ms. Rajni. The stage of the program was conducted by Dr. Madan Mohan Tiwari, Acharya of Maharishi Valmiki Sanskrit University. Many scholars were present in this program.
    सप्तमो दिवसः- Day-07 -
    कार्यक्रमसूचना/Flayer -

    *भारतीयस्वाधीनतादिवसस्य हार्दं शुभाशयाः*
    अद्य साप्ताहिक-अन्ताराष्ट्रीय-चर्चासत्रस्य- *सम्पूर्तिः* भविष्यति।
    *Valedictory Session* of one week long symposium on Contribution of Sanskrit to World's Various Communicative Languages.
    Highlights- *परिलब्धिविवरणम्* तथा च *प्रमाणपत्रप्राप्तिः* *Outcome & E-Certificate*
    *Link* https://meet.google.com/cvc-bycf-sxo
    *समय* Time : 8:00-9:30 (PM IST) रात्रि
    *समग्रविवरणम्/ Visit us*- http://4u.sarasvatniketanam.org/
    Spinning arrow

    Complete Video -
    CLICK

    Press Note by Rajanee Saini -
    वैदिक साहित्य में संस्कृत का अत्यधिक महत्व- डॉ. उदयन हेगडे 15/08/2022 को विश्व संस्कृत सप्ताह के पर्व पर महर्षि पाणिनी संस्कृत वैदिक विश्वविद्यालय, संस्कृत भारती महेंद्रगढ़ एवं जाह्नवी ई शोध पत्रिका इनके संयुक्त तत्वाधान में अंतरराष्ट्रीय सप्त दिवसीय विचार गोष्ठी "विश्व प्रतिनिधि भाषाओं में संस्कृत वैभव" इस विषय को लेकर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया । कार्यक्रम का शुभारंभ शीतल के द्वारा मंगलाचरण से किया गया। कार्यक्रम में आये सभी विद्वान जन का स्वागत आचार्य डॉ. मदन मोहन तिवारी के द्वारा किया गया । कार्यक्रम का पूर्ण विवरण की प्रस्तुति डॉ. गीता शुक्ला द्वारा दी गई। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि राष्ट्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय तिरुपति विद्यापीठ के व्याकरण विभाग के सहायक आचार्य डॉ. उदयन हेगडे, विशिष्ट अतिथि स्वामी दयानंद शोध पीठ के अध्यक्ष प्रो. रणवीर सिंह, सारस्वत अतिथि संस्कृत भारती हरियाणा के अध्यक्ष डॉ. रामनिवास शर्मा व दिल्ली संस्कृत अकादमी के मन्त्री डॉ. धर्मेन्द्र कुमार उपस्थित रहें। मुख्य अतिथि महोदय बताया कि वैदिक साहित्य में संस्कृत का क्या महत्त्व है । विशिष्ट अतिथि महोदय ने " वैदिक साहित्य संस्कृत में वास्तविक विशेषता " इस विषय पर अपना व्याख्यान प्रस्तुत किया । सारस्वत अतिथि महोदय ने कहा कि संस्कृत संस्कारों की भाषा है और इसका ज्ञान होना बहुत आवश्यक है और उन्होंने बताया कि संस्कृत हमारी वैदिकी भाषा और प्राचीनतम भाषा है। कार्यक्रम में उपस्थित सभी विद्वान जनों का धन्यवाद ज्ञापन सुश्री रजनी के द्वारा किया गया । कार्यक्रम का मंच संचालन कार्यक्रम के समन्वयक डॉ. बिपिन कुमार झा के द्वारा किया गया । इस कार्यक्रम में संयोजक डॉ. सरिता श्रीवास्तव, डॉ. रविकुमार शास्री, सहायक रूपेण श्री रिपुदमन पण्डित, शिल्पी गुप्ता व अनेक विद्वानजन उपस्थित रहें। ✍️सुश्री- रजनी

    माउसक्लिक्-द्वारा चित्रं स्थिरीकर्तुं शक्यते-।
    Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow







    «अभिविन्यासकार्यक्रमः» ORIENTATION PROGRAM «प्रतिभागी- 35 विश्वविद्यालय, 52 संस्थान, 198 छात्र-छात्रा» (संयोजनम् - डा. बिपिनकुमारझाः-जनपदशिक्षणप्रमुखः, संस्कृतभारती-महेन्द्रढम् ।)

    कार्यक्रमसूचना




    Spinning arrow


    1 11:00-11:05 AM मंगल, स्वागत & परिचय Dr. Bipin Kumar Jha


    2. 11:05-11:15 AM अभिप्रेणम् (पुरालिपि) एवं आशीर्वचनम् Prof Rana Purushottam Singh, Dean – Buddhist Studies, Navnalanda Mahavihar, (Under Ministry of Culture, India) Nalanda, Bihar


    3. 11:15-11:25 AM अभिप्रेणम् (वेद-वेदाङ्ग) एवं आशीर्वचनम् Prof. Ranvir Singh, HOD Sanskrit, Central University of Harayana, Mahendragargh
    4. 11:30 AM धन्यवादार्पण एवं सत्र सम्पूर्ति Ms. Shiva Madhuri Pandi, Khammam, Telangana, India



    5. 11:35-12:15 व्याख्यान- सिद्धता हेतु मूलमन्त्र Dr. Ganesh T. Pandit, Dept. of Education, Rajiv Gandhi Campus, Central Sanskrit University, Shringeri, Karnataka


    माउसक्लिक्-द्वारा चित्रं स्थिरीकर्तुं शक्यते-।
    Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow

    अत्र पत्रं प्रपूरयन्तु

    <



    साप्ताहिकं योगप्रशिक्षणम् --- साप्ताहिकं (प्रशिक्षकः- डा. रविशास्त्री- जनपदसंयोजकः, संयोजकः- डा. बिपिनकुमारझाः-शिक्षणप्रमुखः)
    Spinning arrow

    कार्यक्रसूचना



    कार्यक्रमविवरणम्



    <

    दैनिकव्यावहारिकसंस्कृताभ्यासः--- सोमवासरतः-गुरुवासरपर्यन्तम् (अध्यापनम्- डा. बिपिनकुमारझाः-जनपदशिक्षणप्रमुखः, संस्कृतभारती-महेन्द्रढम् ।)
    कार्यक्रमसूचना



    अत्र पत्रं प्रपूरयन्तु

    <
    अत्र पत्रं प्रपूरयन्तु




    नवख्रीष्टाब्दः भारतीयाभिनवसंवत्सरश्च : चर्चासत्रस्य आयोजनम् (संयोजनम् - डा. बिपिनकुमारझाः-जनपदशिक्षणप्रमुखः, संस्कृतभारती-महेन्द्रढम् ।)
    कार्यक्रमविवरणम्

    चर्चास्त्रस्य आयोजनम्




    समारम्भः- डा. बिपिनकुमारझाः स्वागतम्- डा. रविदत्तशर्मा


    प्रो. मखलेशकुमारमहोदयः


    डा. दिनेशयादवमहोदयः


    डा. भावनाव्यासमहोदया


    अध्यक्षीयोद्बोधनम्- प्रो. रणवीरसिंहमहोदयः


    धन्यवादार्पणम् -डा. बिपिनकुमारझाः


    माउसक्लिक्-द्वारा चित्रं स्थिरीकर्तुं शक्यते-।


    Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow


    प्रातःस्मरणम् --- (समायोजनम्-डा.रविदत्तशर्मा- निवेदकः- डा. बिपिनकुमारझाः-शिक्षणप्रमुखः))
    कार्यक्रमसूचना





    कार्यक्रमचित्राणि

    प्रातस्मरणम्


    भारविसाहित्यस्य अध्ययनम् (दिनाङ्क 1 जनवरीतः 1 मार्चपर्यन्तम् -- अध्यापनम्- डा. बिपिनकुमारझाः-शिक्षणप्रमुखः))
    कार्यक्रसूचना



    कार्यक्रमविवरणम्

    अत्र पत्रं प्रपूरयन्तु




    कार्यक्रमचलच्चित्राणि

    कार्यक्रमचित्राणि

    कानिचन् चित्राणि


    सङ्गणकीयसंस्कृतकार्यशाला (दिनाङ्क 1 मार्चतः 1 मई-पर्यन्तम् --अध्यापनम्- डा. बिपिनकुमारझाः-शिक्षणप्रमुखः)
    कार्यक्रसूचना




    भीवानीत्यत्र आयोजितं प्रान्तसम्मेलनम् (निवेदकः-- डा. बिपिनकुमारझाः-जनपदशिक्षणप्रमुखः, संस्कृतभारती-महेन्द्रढम् ।)
    कार्यक्रसूचना



    कार्यक्रमविवरणम्





    कार्यक्रमचलच्चित्राणि

    कार्यक्रमचित्राणि

    भिवानीप्रान्तसम्मेलनस्य कानिचन् चित्राणि

    Bhivani

    Bhivani

    Bhivani

    Bhivani

    Bhivani

    Bhivani

    Bhivani

    Bhivani

    Bhivani

    Bhivani

    Bhivani

    Bhivani



    माउसक्लिक्-द्वारा चित्रं स्थिरीकर्तुं शक्यते-।
    Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow Spinning arrow

    सम्पर्कः/विस्तृतं संस्कृतकार्यम्
    सम्पर्कः
    डा. बिपिनकुमारझाः, शिक्षणप्रमुखः (संस्कृतभारती-महेन्द्रगढम्)
       bipinkumarjhaofficialid@gmail.com    
    चलभाषः :   +91-9459456822      This web site is sponsored, designed, maintained & developed by: Bipin Kumar Jha.

  • The Web The Web Page of SBM